गंगा जी की आरती | Ganga Aarti Lyrics In Hindi | Ganga Aarti in Hindi PDF
आप सभी पाठको के लिए पेश है गंगा जी की आरती हिंदी में (Ganga Aarti In Hindi)।
आप गंगा जी की आरती को ऑनलाइन पढ़ भी सकते है और साथ ही गंगा जी की आरती pdf (Ganga Aarti PDF) को अपने फ़ोन में डाउनलोड भी कर सकते है बिना इंटरनेट के पढ़ने के लिए।
Ganga Aarti In Hindi
गंगा मां आरती ॐ जय गंगे माता, मैया जय गंगे माता ।
जो नर तुमको ध्याता, मनवांछित फल पाता ॥
ॐ जय गंगे माता, मैया जय गंगे माता ।
चंद्र सी ज्योति तुम्हारी, जल निर्मल आता ।
शरण पड़े जो तेरी , सो नर तर जाता ॥
ॐ जय गंगे माता, मैया जय गंगे माता ।
पुत्र सगर के तारे, सब जग को ज्ञाता ।
कृपा दृष्टि हो तुम्हारी, त्रिभुवन सुख दाता ॥
ॐ जय गंगे माता, मैया जय गंगे माता ।
एक बार जो प्राणी, शरण तेरी आता ।
यम की त्रास मिटाकर, परमगति पाता ॥
ॐ जय गंगे माता, मैया जय गंगे माता ।
आरति मातु तुम्हारी, जो नर नित गाता ।
सेवक वही सहज में, मुक्ति को पाता ॥
ॐ जय गंगे माता, मैया जय गंगे माता ।माता॥
Ganga Aarti PDF
गंगा जी की आरती को बिना इंटरनेट के पढ़ने के लिए निचे दिए हुए लिंक पर क्लिक करे और गंगा आरती pdf को अपने मोबाइल में डाउनलोड करे।
तो ये थी गंगा मैया की आरती (ganga maiya ki aarti) हिंदी में अगर आपको यह आर्टिकल पसंद आयी होंगी तो इसे अपने दोस्तों और परिवार के साथ ज़रूर शेयर करे।
Read
Post a Comment