गायत्री माता की आरती | Gayatri Aarti Lyrics in Hindi | Gayatri Aarti in Hindi PDF
आप सभी पाठको के लिए पेश है गायत्री माता की आरती हिंदी में (Gayatri Aarti in Hindi)।
आप गायत्री माता की आरती को ऑनलाइन पढ़ भी सकते है और साथ हीगायत्री माता की आरती pdf (Gayatri Aarti PDF) को अपने फ़ोन में डाउनलोड भी कर सकते है बिना इंटरनेट के पढ़ने के लिए।
Gayatri Aarti in Hindi
आरती श्री गायत्रीजी की ज्ञानद्वीप और श्रद्धा की बाती।
सो भक्ति ही पूर्ति करै जहं घी को।। आरती…
मानस की शुची थाल के ऊपर।
देवी की ज्योत जगैं जह नीकी।। आरती…
शुद्ध मनोरथ ते जहां घण्टा।
बाजै करै आसुह ही की।। आरती…
जाके समक्ष हमें तिहुं लोक के।
गद्दी मिले सबहुं लगै फीकी।। आरती…
आरती प्रेम सौ नेम सो करि।
ध्यावहिं मूरति ब्रह्मा लली की।। आरती…
संकट आवै न पास कबौ तिन्हें।
सम्पदा और सुख की बनै लीकी।। आरती…
Gayatri Aarti PDF
गायत्री माता की आरती को बिना इंटरनेट के पढ़ने के लिए निचे दिए हुए लिंक पर क्लिक करे और गायत्री आरती pdf (Gayatri aarti in hindi pdf) को अपने मोबाइल में डाउनलोड करे।
Read
Post a Comment