तुलसी जी की आरती | Tulsi Aarti Lyrics In Hindi | Tulsi Ji Ki Aarti PDF
आप सभी पाठको के लिए पेश है तुलसी जी की आरती हिंदी में (Tulsi Aarti In Hindi)।
आप तुलसी जी की आरती को ऑनलाइन पढ़ भी सकते है और साथ ही तुलसी जी की आरती pdf (Tulsi Ji Ki Aarti PDF) को अपने फ़ोन में डाउनलोड भी कर सकते है बिना इंटरनेट के पढ़ने के लिए।
Tulsi Aarti In Hindi
जय जय तुलसी माता, सबकी सुखदाता वर माता।
सब योगों के ऊपर, सब रोगों के ऊपर,
रुज से रक्षा करके भव त्राता।
जय जय तुलसी माता।
बहु पुत्री है श्यामा, सूर वल्ली है ग्राम्या,
विष्णु प्रिय जो तुमको सेवे, सो नर तर जाता।
जय जय तुलसी माता।
हरि के शीश विराजत त्रिभुवन से हो वंदित,
पतित जनों की तारिणि, तुम हो विख्याता।
जय जय तुलसी माता।
लेकर जन्म बिजन में आई दिव्य भवन में,
मानव लोक तुम्हीं से सुख सम्पत्ति पाता।
जय जय तुलसी माता।
हरि को तुम अति प्यारी श्याम वर्ण सुकुमारी,
प्रेम अजब है श्री हरि का तुम से नाता।
जय जय तुलसी माता।
Tulsi Ji Ki Aarti PDF
तुलसी आरती को बिना इंटरनेट के पढ़ने के लिए निचे दिए हुए लिंक पर क्लिक करे और तुलसी जी की आरती pdf को अपने मोबाइल में डाउनलोड करे।
तो ये थी तुलसी जी की आरती हिंदी में अगर आपको यह आर्टिकल पसंद आयी होंगी तो इसे अपने दोस्तों और परिवार के साथ ज़रूर शेयर करे।
Post a Comment